बीजापुर, 26 नवंबर 2024 – महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के अंतरराष्ट्रीय दिवस से मानव अधिकार दिवस (10 दिसंबर) तक, बीजापुर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 16 दिवसीय जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कलेक्टर संबित मिश्रा के निर्देशन में आयोजित इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं के अधिकारों और उनके संरक्षण को लेकर जनजागरूकता बढ़ाना है।
इस पखवाड़े के दौरान जिन विषयों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं:
• बाल विवाह की रोकथाम
• कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम
• घरेलू हिंसा के खिलाफ जागरूकता
• POCSO अधिनियम और बाल संरक्षण तंत्र की जानकारी
• मिशन शक्ति के तहत उपलब्ध सेवाओं और योजनाओं, जैसे वन स्टॉप सेंटर और शक्ति सदन, का प्रचार
• महिला उत्पीड़न शिकायत पोर्टल (She Box) और हेल्पलाइन सेवाओं (181 और 1090) का प्रचार
• बालश्रम, बाल भिक्षावृत्ति, और नशे से जुड़े खतरों से बच्चों को बचाने की पहल
• ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत सघन जागरूकता
जिले में सोशल मीडिया, पोस्टर, इंफोग्राफिक्स, और विशेष कार्यक्रमों के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। बाल संरक्षण और बाल विवाह रोकथाम अधिनियम की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही बाल श्रमिकों, सड़कों पर रहने वाले बच्चों, और कचरा संग्रहण जैसे जोखिम वाले कार्यों में लिप्त बच्चों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी राहुल कुमार कौशिक, जिला महिला संरक्षण अधिकारी शीला भारद्वाज, विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी आनंदमई मल्लिक, जिला समन्वयक सूची शुक्ला, और सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से यह अभियान संचालित किया जा रहा है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महिलाओं और बच्चों को उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए। लैंगिक अपराधों से बचाव, आपातकालीन सेवाओं की जानकारी, और बच्चों को नशे और शोषण से बचाने के लिए समुदाय को जागरूक किया जा रहा है।
16 दिवसीय यह सक्रियता अभियान महिलाओं और बच्चों के अधिकारों और सुरक्षा को लेकर समाज में नई जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न करने का एक मजबूत कदम है।